Sunday 2 May 2010

वन्यजीवों को खाने-पीने के लिए नहीं भटकना पड़ेगा

वन्यजीवों को खाने-पीने के लिए नहीं भटकना पड़ेगा
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शनिधाम ट्रस्ट के संरक्षक दाती मदन महाराज ने कुंभलगढ़ अभयारण्य में जानवरों की भूख और प्यास बुझाने का बीड़ा उठाया है। वे गुरुवार को जिला प्रमुख खुशवीरसिंह, मां श्रद्धा, लाल महाराज तथा शिष्यों के साथ अभयारण्य पहुंचे। खुशवीरसिंह की प्रेरणा व भास्कर की पहल पर दाती महाराज ने जंगल में ही जंगली जानवरों की भूख व प्यास मिटाने के माकुल इंतजाम करने का बीड़ा उठाया।

जानकारी के अनुसार दाती मदन महाराज सुबह अभयारण्य पहुंचे। उन्होंने पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर तथा खाद्य सामग्री के साथ अभयारण्य में मालगढ, तणी की नाल, ठंडी बेरी, देसुरी की नाल, परशुराम रोड सहित अभयारण्य क्षेत्र का भ्रमण किया। मदन महाराज ने बंदरों के लिए पांच सौ बोरी चने, सप्ताह में दो टन हरी ककड़ी, भालुओं के लिये पचास क्विंटल गुड़ उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की है। अभयारण्य क्षेत्र में जानवरों की पेयजल सुविधार्थ बने 250 वाटर होलों को पानी से भरने के लिये प्रतिदिन 30 टैंकर डलवाने की घोषणा भी की है। इधर, जिला प्रमुख खुशवीरसिंह को उन्होंने एक लाख रुपए का नगद भुगतान हाथों हाथ किया। बताया गया कि वन विभाग के बिल के आधार पर इनका भुगतान किया जाएगा। वॉटर होलों में टैंकरों से पानी डलवाने की व्यवस्था गुरुवार को शुरू कर दी गई। सेवा कार्य लाल महाराज की देखरेख में चलेगा।

दो—दो लाख लीटर क्षमता के टांके भी बनेंगे : अभयारण्य क्षेत्र में जानवरों के पेयजल के स्थायी समाधान के लिए मदन महाराज ने दो—दो लाख लीटर की भराव क्षमता वाले तीन टांके बनवाने की घोषणा शनिधाम ट्रस्ट के मार्फत करवाई है। वे भ्रमण के दौरान ठंडी बेरी पहुंचे, जहां वाइल्ड लाइफ के सीसीएफ एनसी जैन से उन्होंने जानवरों के लिए पानी की व्यवस्था पर चर्चा की, तो जैन ने टांके बनवाने का प्रस्ताव रखा। इस पर जिला प्रमुख ने भी आग्रह किया तो महाराज ने दो—दो लाख लीटर पानी की क्षमता के तीन टांके बनवाने की मंजूरी हाथों हाथ दे दी।

खाने—पीने की व्यवस्था से रुकेगा पलायन : दाती मदन महाराज सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा जानवरों के लिए खाद्य सामग्री सड़कों पर डालने से खासे परेशान नजर आए। उन्होंने कहा कि सड़क पर सामग्री डालने से जानवर मर जाते हैं। उन्होंने जानवरों की खानें की व्यवस्था वाटर होलों पर ही करवाने की बात कही।

कूंट, कुल्हाडी व माचिस को जंगल में जाने से रोकें : दाती मदन महराज व जिला प्रमुख खुशवीरसिंह ने कहा कि क्षेत्रवासी निजी स्वार्थों के लिए वनों की अंधाधुंध कटाई करवा रहे हैं इस कारण लगातार अकाल का दंश भोगना पड़ रहा है। उन्होंने वनकर्मियों को संकल्प दिलाया कि वे जंगल में कूंट, कुल्हाड़ी व माचिस को ले जाने पर पाबंदी लगाएं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अभयारण्य के पास रहने वाले आदिवासियों की कार्यशाला रखें और उन्हें इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं कार्यशालाओं में आएंगे और मगरा स्नान की कुप्रथा को भी आदिवासियों के दिमाग से निकालने का प्रयास करेंगे।

दाती महाराज की सेवाएं अनुकरणीय : जोजावर

दाती की सेवाएं अनुकरणीय : जोजावर
महामंडलेश्वर दाती मदन महाराज की ओर से वन्य जीव अभ्यारण में वन्य जीवों के लिए खाने की वस्तुएं व पीने का पानी उपलब्ध करवाने के कार्य को जिला प्रमुख खुशवीरसिंह जोजावर ने अनुकरणीय बताया है। जिला प्रमुख ने बताया कि दाती महाराज की ओर से प्रतिदिन 30 टैंकर पानी के व पशु पक्षियों के भोजन के लिए 500 बोरी चने की व्यवस्था करवाई है जो उनका वन्य जीवों के प्रति प्रेम को दर्शाता है यह अनुकरणीय पहल है। उन्होंंने बताया इससे वन्य क्षेत्रों से पलायन कर रहे वन्य जीवों का पलायन रुकेगा।

दायित्व का बोध कराने वाला सच्च गुरु :- महामंडलेश्वर दाती महाराज

दायित्व का बोध कराने वाला सच्च गुरु
देसूरी
जो गुरु दायित्व का बोध कराता है वही सच्चा गुरु होता है। गुरु और शिष्य का रिश्ता अटूट होता और दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। यह उद्बोधन महामंडलेश्वर दाती मदन राजस्थानी ने श्री गुरुलाल भेंग नवल आश्रम में आयोजित स्वागत समारोह में उपस्थित भक्तों को संबोधित करते हुए कहे।

उन्होंने कहा की धर्म की राह हर कोई नहीं चल सकता। क्योंकि इस पर चलना बड़ा कठिन होता है। अगर मानव धर्म के मार्ग से भटक गए तो जीवन को सफल बनाना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए मनुष्य को कभी धर्म का मार्ग नहीं छोडऩा चाहिए, जो कर्म इस जन्म में इंसान करता है, उसका फल भी इस जन्म में मिल जाता है। इसलिए मानव को ऐसे कर्म करने चाहिए, जिससे उसका जीवन सफल हो जाए। उन्होंने कहा कि गरीबों व अनाथों की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं और जिसने भी यह सेवा की है उसका जीवन सफल हो गया है, इसलिए गरीबों व अनाथों के उत्थान के लिए आगे आएं। उन्होंने लाल महाराज की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर उनको व देसूरी शनि भक्तों एवं ग्रामीणों का सहयोग ऐसे ही मिलता रहा तो वह देसूरी क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि यह समय स्वागत समारोह का नहीं है, इस समय अकाल में पशुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था कैसे हो यह सोचना जरूरी है। जिले में पशुओं के लिए सौ ट्रक चारे की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं अभयारण्य में रहने वाले वन्य जीवों के लिए 20 टैंकर पानी के और भोजन की व्यवस्था शनिधाम ट्रस्ट द्वारा की गई है।

अतिथियों का हुआ स्वागत

महामंडलेश्वर राजस्थानी के सान्निध्य में आयोजित भजन संध्या में उपस्थित मुख्य अतिथि खेल शिक्षा राज्य मंत्री मांगीलाल गरासिया, अध्यक्षता कर रहे पुष्पेन्द्रसिंह राणावत विधायक बाली, विशिष्ट अतिथि खुशवीरसिंह जिला प्रमुख, ओटाराम देवासी विधायक सिरोही, सुरेश पंडिया एएसपी बाली, भीकाराम चौधरी उप जिला प्रमुख, डूंगरसिंह राजपुरोहित कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष देसूरी, महेन्द्र शर्मा भाजपा मंडल अध्यक्ष देसूरी सहित समारोह में सहयोग देने वाले दानदाताओं का गुरुलाल भेंग नवल आश्रम के मंहत लाल महाराज ने स्वागत किया।

भजन संध्या में भक्त हुए सरोबार

दाती राजस्थानी के स्वागत समारोह के दौरान आयोजित भजन संध्या में भजन गायक नेमीचंद झुलिया, भोमसिंह सोढ़ा, विमला राव सहित अन्य भजन गायाकों ने अपनी मधुर आवाज में एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत कर उपस्थित भक्तों को भक्ति रस से सरोबार कर दिया।

दाती महाराज के स्वागत में उमड़ा जनसैलाब

स्वागत में उमड़ा जनसैलाब
देसूरी
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी हरिद्वार के महामंडलेश्वर की पदवी मिलने के बाद देसूरी में प्रथम आगमन पर रविवार को श्री शनिधाम पीठाधीश्वर परमहंस दाती महाराज के स्वागत में जनसैलाब उमड़ पड़ा। उनकी अगवानी धूमधाम से गाजे बाजे के साथ मुख्य चौराहा से गुरूलाल भेंग नवल आश्रम तक वरघोड़ा निकाला गया कर किया गया।
लाल महाराज ने बताया कि दाती महाराज के महामंडलेश्वर पद पर सुशोभित होने के उपलक्ष्य में रविवार को स्वागत समारोह आयोजित किया गया। दाती महाराज के आगमन पर रविवार

शाम 6 बजे कस्बे के मुख्य चौराहे पर स्वागत करने के लिए शनि भक्तों और ग्रामीणों का सैलाब उमड़ पड़ा। महामंडलेश्वर दाती महाराज को सज्जित घोड़ों वाले रथ पर तथा उनके साथ आए संतों को अन्य सज्तित घोड़ों पर बैठाकर धूमधाम के से वरघोड़ा निकाला गया। वरघोड़ा का जगह जगह पर ग्रामीणों ने फूलमालाओं से स्वागत किया। वहीं कई भक्तों ने मकानों की छतों से दाती महाराज पर पुष्प वर्षा की। साथ यह विशाल व भव्य वरघोड़ा दो घंटों के बाद आश्रम पहुंचा। जहां पर शनिभक्तों व ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया।

खूब सजा देसूरी:
दाती के स्वागत को देसूरी कस्बे को आकर्षक ढंग से सजाया गया। जगह जगह स्वागत द्वार लगाए गए,वहीं गुरूलाल भेंग आश्रम को रोशनी से सजाया गया।

सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था:
महामंडलेश्वर दाती महाराज के स्वागत समारोह को लेकर पुलिस की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था थी। मुख्य मार्ग पर जगह जगह पुलिस के जवान तैनात थे।

वरघोड़ा में ये थे शामिल
दाती महाराज के स्वागत समारोह के दौरान आयोजित वरघोड़ा में खुशवीरसिंह जिला प्रमुख पाली, मोहनसिंह राजपुरोहित उपखंड अधिकारी, सुरेश पंड्या बाली एसपी, जगनेश्वर श्रीमाली तहसीलदार देसूरी, रतन जणवा कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री, मोतीलाल चौधरी सरंपच देसूरी, प्रमोदपालसिंह मेघवाल एवं खीमाराम चौधरी जिला प.स., बुद्व कंवर प्रधान देसूरी, मिश्रु खां पठान उपाध्यक्ष कांग्रेस देसूरी, नेनाराम प्रजापत कांग्रेस जिला सविच, चन्द्रशेखर मेवाड़ा उपसरपंच घाणेराव, कहैन्यालाल परिहार मानव सेवा संस्था जिला अध्यक्ष, सहित अन्य अतिथि शामिल थे।

शनिधाम करेगा कुंभलगढ़ में जानवरों की प्यास बुझाने की व्यवस्था

शनिधाम करेगा कुंभलगढ़ में पानी की व्यवस्था
पाली
कुंभलगढ़ अभ्यारण्य में विचरण करने वाले जानवरों की प्यास बुझाने के लिए शनिधाम ने बरसात नहीं होने तक पानी की व्यवस्था करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए प्रतिदिन तीन पानी के टैंकर लगाए जाएंगे। यह टैँकर जंगल में वॉटर हॉल को भरने के साथ दुर्गम स्थानों पर ऊंटों के माध्यम से पानी पहुंचाने की व्यवस्था भी की जाएगी। इस बारे मे ट्रस्ट के संस्थापक महामंडलेश्वर दाती मदन महाराज ने अनुमति दे दी है।
दाती ने यह व्यवस्था करने का जिम्मा लिया है।
पेयजल सप्लाई करने की जिम्मेदारी देसूरी आश्रम के महंत लाल महाराज को सौंपी है। ज्ञात रहे कि कुंभलगढ़ अभयारण्य में 150 वाटर हॉल बने हुए हैं, जिसमें से 35 प्राकृतिक तथा शेष कृत्रिम हैं। कृत्रिम वाटर हॉल लगातार अकाल व भीषण गर्मी के चलते सूख चुके है। वहीं प्राकृतिक वाटर हॉल में भी पानी नहंी है। भीषण गर्मी व अकाल के चलते जंगल में जंगली जानवरो के लिए गम्भीर पेयजल संकट उत्पन्न हो गया था । वन विभाग के पास बजट का अभाव है। यह कार्य 25 अप्रैल से शुरू कर दिया जाएगा।

स्वागत समारोह की तैयारियां जोरों पर

स्वागत समारोह की तैयारियां जोरों पर

देसूरी
संत मदन राजस्थानी के महामण्डलेश्वर बनने के बाद पहली बार देसूरी आगमन को लेकर बुधवार को मंहत लाल महाराज के सान्निध्य में ग्रामीणों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वागत समारोह की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान बैठक में उपस्थित शनिभक्तों व ग्रामीणों को समारोह को लेकर विभिन्न जिम्मेदारियों सौंपी गई।

गुरुलाल भेंग नवल आश्रम ट्रस्ट अध्यक्ष टेकाराम प्रजापत ने बताया कि आश्रम प्रांगण में आयोजित ग्रामीणों की बैठक में मंहत लाल महाराज ने कहा कि 25 अप्रैल को दाती मदन राजस्थानी के महामण्डलेश्वर पद पर सुशोभित होने के बाद पहली बार देसूरी में प्रवेश होगा। प्रवेश को लेकर स्वागत समारोह व भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान देसूरी कस्बे पर हैलीकॉफ्टर द्वारा पुष्प वर्षा की जाएगी तथा शाम 6 बजे मुख्य चौराहे से विशाल वरघोड़ा निकाला जाएगा। शाम 7 बजे दाती मदन राजस्थानी का स्वागत किया जाएगा। बाद में प्रवचन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। रात में एक भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह को लेकर जगह-जगह स्वागत द्वार लगाए जा रहे हैं।

अधिकारियों ने किया हैलीपेड का निरीक्षण

देसूरी। संत राजस्थानी के स्वागत समारोह में हैलीकॉफ्टर द्वारा पुष्ष वर्षा करने को लेकर बुधवार को देसूरी उपखंड अधिकारी व देसूरी पुलिस निरीक्षक ने हैलीपेड का निरीक्षण किया। इस दौरान आयोजनकर्ताओं को हैलीपेड पर लगी बबूल की झाडिय़ां हटाने और हैलीपेड तैयार कराने में सार्वजनिक विभाग का सहयोग करने के निर्देश दिए। बुधवार को देसूरी उपखंड अधिकारी मोहनसिंह राजपुरोहित व देसूरी पुलिस निरीक्षक रतनसिंह चौहान ने विद्यालय मैदान का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने आसपास की आबादी के साथ मोबाइल टॉवर होने के कारण इस जगह पर हैलीकॉफ्टर उतारना ठीक नहीं समझा। इसलिए हैलीकॉफ्टर को कस्बे से दो किमी दूरी पर उतारने का निर्णय लिया गया।

शनिधाम ट्रस्ट कराएगा 51 जोड़ों की शादी

शनिधाम ट्रस्ट कराएगा 51 जोड़ों की शादी

सोजत
वाल्मीकि हरिजन समाज पाली के 51 जोड़ों का सामूहिक विवाह शनिधाम ट्रस्ट आलावास के महामण्डलेश्वर मदन राजस्थानी के सान्निध्य में 24 मई को संपन्न होगा।

बुधवार दोपहर आश्वासन बालग्राम आलावास में महामंडलेश्वर मदन राजस्थानी की मौजूदगी व वाल्मीकि हरिजन समाज सामूहिक विवाह समिति पाली के पदाधिकारियों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन किया गया। अध्यक्ष फकीरचंद आदिवाल, सचिव ओमप्रकाश रील, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र घावरी, उपाध्यक्ष श्यामलाल आदिवाल, बाबूलाल तेजी व दर्जनों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में आयोजित बैठक में 24 मई को पाली जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह महोत्सव को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
साथ ही विवाह समिति के पदाधिकारियों को सामूहिक विवाह में कन्यादान के रूप में दिए जाने वाले सोने व चांदी के जेवर सहित दहेज व घर के सामान व कपड़े सहित अन्य सामग्री शनिधाम ट्रस्ट की ओर से देने का निर्णय लिया गया।

यह भी रहे उपस्थित : बैठक में प्रधान राजेशसिह कच्छवाह, नगरपालिका अध्यक्ष मोहनलाल टांक, लालमहाराज, स्वामी परमचेतनानंद, कांग्रेस नेता रतन पंवार, पार्षद गजेन्द्र सोनी, धीनावास सरपंच परमेश्वर खत्री, विष्णु व्यास, मां श्रद्घा, हरिकिशन टांक, प्रधानाचार्य उदयसिंह, रामपाल, प्रेमसिंह चौधरी, ताजू खां, बांगड अस्पताल पाली के डा. हजारीमल चौधरी, डा. देवेन्द्र चौधरी, राकेश गुप्ता सहित कई लोग उपस्थित थे।

यह होगा कन्यादान
संत राजस्थानी द्वारा 24 मई को पाली में आयोजित वाल्मीकि हरिजन समाज के 51 जोड़ों के सामूहिक विवाह के तहत कन्यादान के रूप में प्रत्येक जोड़े को आधा तोला स्वर्ण झूमके, एक तोला स्वर्ण मंगलसूत्र, 250 ग्राम चांदी के जेवर, वर-वधू के घड़ी, सिलाई मशीन, मिक्सी, पंखा, बक्सा, आलमारी, पलंग, रजाई बिस्तर तकिया चद्दर, एक बरी, 11 साडिय़ों सहित घर बिक्री के स्टील के सभी बरतन के अलावा पांच-पांच हजार रुपए नकद फिक्स डिपोजिट के रूप में प्रदान किए जाएंगे।

शनिधाम गुरूकुल में आयोजित वाल्मीकि समाज सामूहिक विवाह समिति पाली के सदस्यों सहित प्रमुख गुरू भक्तों को संबोघित कर रहे थे। महामण्डलेश्वर

उठाया मदद का बीड़ा

सोजत। महामण्डलेश्वर दाती मदन राजस्थानी ने कहा कि अन्तर्मन में सभी प्रकार के अंतर समाप्त कर अत्यन्त पिछड़ों को गले लगा अंत्योदय करना ही युगधर्म है। वे बुधवार शाम को आलावास स्थित शनिधाम गुरूकुल में आयोजित वाल्मीकि समाज सामूहिक विवाह समिति पाली के सदस्यों सहित प्रमुख गुरू भक्तों को संबोघित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि वे शादी करने वाली प्रत्येक बालिका को एक घर में मिलने वाला पूरा सामान देंगे, ताकि उसकी गृहस्थी अच्छी हो सके। उन्होंने वाल्मीकि समाज सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष फकीरचंद आदीवाल, सचिव ओमप्रकाश रील, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र घावरी सहित लगभग दो दर्जन सदस्यों को आश्वस्त किया कि पाली में 24 मई को आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह में सम्मिलित होने वाली प्रत्येक वधु को वे एक तोला सोने का मंगलसूत्र, आधे तोले सोने की कानों की झुमकियां, 250 ग्राम चांदी के आभूषण देंगे।

दुल्हन के लिए 11 साडियों के अलावा शादी का एक वेश, किचन सेट, आलमारी, पलंग, बिस्तर, रजाई, बक्सा, सिलाई मशीन, हाथ घड़ी, मिक्सी, पंखा आदि सभी खरीद लिए गए हैं। जो विवाह के ठीक पांच दिन पहले पाली पहुंचा दिए जाएंगे। प्रत्येक वधु को 5 हजार की एफ.डी. भी कन्यादान में भेंट की जाएगी।

गौरतलब है कि इस सम्मेलन में 51 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। इस मौके पर प्रधान राजेशसिंह कच्छवाह, पालिकाध्यक्ष मोहनलाल टांक, कांग्रेस नेता रतन पंवार, समाजसेवी विष्णुकुमार व्यास, गजेन्द्र सोनी, परमेश्वर खत्री, लाल महाराज आदि उपस्थित थे।

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