Wednesday 15 June 2011

क्या चन्द्र ग्रहण की पूजा से बरसेगा धन ?


चन्द्र ग्रहण की पूजा से बरसेगा धन
15 तारीख की रात 11:53 मिनट पर
होगा आपके किस्मत का कनेक्शन
मां लक्ष्मी होगी मेहरबान
धन की होगी बरसात
कुबेर होंगे मेहरबान
धनवंतरी बरसाएंगे दया
होगा रोगों का निदान
पारिवारिक सुख-शांति में वृद्घि होगी
होगा आपका कल्याण
क्योंकि
कुंभ लग्न में हैं ग्रहण
कुंभ लग्न का स्वामी शनि
शनि से आठ के आठ ग्रहों का संबंध
बृहस्पति का षडाष्टïक संबंध
मंगल और केतु का नवम पंचम संबंध
सूर्य और बुध का चर्तुदशम संबंध
राहु और चंद्रमा का त्रिएकादश संबंध
खगोल की अविस्मरणीय घटना
साधना, पूजा-पाठ, मंत्र जाप और दान के लिए अति अनमोल समय
बरसेगा धन
मिलेगा आपको मान-सम्मान
परिवार में होगा अमन और चैन
अपनों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा
संतान को मिलेगी सफलता
घर आएगी मां-लक्ष्मी
ऋण और रोग से मिलेगा छुटकारा
अध्यात्म साधनाओं का मिलेगा लाभ
धर्म में बढ़ेगी रूचि
बुजुर्गों का मिलेगा आशीर्वाद
व्यापार में होगी वृद्घि
आर्थिक पक्ष सुदृढ़ होगा।
दुर्घटनाओं से पीछा छुटेगा
क्योंकि यह चंद्र ग्रहण खास है।
15 जून 21वीं सदी का अभूतपूर्व और अद्ïभुत चंद्र ग्रहण
300 साल के बाद 30 दिन में 3 ग्रहण का दुर्लभ संजोग
2 जून को सूर्य ग्रहण
15 जून को चंद्र ग्रहण
1 जुलाई पुन: सूर्य ग्रहण
ज्येष्ठï मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का विशेष महत्व
ये बुधवार कमाल करेगा
क्योंकि ज्येष्ठïा नक्षत्र, वृश्चिक राशि पर ग्रहण का स्पर्श
मूल नक्षत्र और धनु राशि पर खग्रास चंद्र ग्रहण का समापन
ग्रहण प्रारंभ बुधवार रात्रि 11:53 मिनट पर
खग्रास चंद्र ग्रहण प्रारंभ 12:52 मिनट पर
पूर्ण खग्रास 15 जून रात्रि 1:43 मिनट पर
खग्रास समाप्त 2:33 मिनट पर
ग्रहण की समाप्ति 3:33 मिनट पर
चंद्र ग्रहण कहां-कहां देखा जा सकेगा
भारत, साऊदी अरब, आस्ट्रेलिया, दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप, मध्य पूर्वी एशिया, दक्षिण-पश्चिम प्रशांत महासागर और उत्तर पूर्व रूस में दिखाई देगा
चंद्र ग्रहण का सूतक विचार
इस ग्रहण का सूतक 15 जून 2011 को दोपहर 2:52 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा।
ग्रहण काल तथा बाद मेें करने योग्य कार्य
ग्रहण से पूर्व पवित्र जल से स्नान कर मंत्र जाप, पाठ एवं ध्यान करना अति शुभ रहेगा।
ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: पवित्र जल से स्नान अवश्य करना चाहिए।
स्नान के उपरांत ग्रहण समाप्ति के बाद किये गए मंत्रों दशांश, हवन और यज्ञ एवं राशि अनुसार दान अवश्य करें।
15 जून को सूर्यास्त के बाद दान देने योग्य वस्तुओं का संग्रह करके संकल्प कर लेना चाहिए।



इस अभूतपूर्व और अविस्मरणीय चंद्र ग्रहण पर द्वादश राशियों के लोग क्या पूजा करें कि संपूर्ण मनोकामना की पूर्ति हो
यह ग्रहण बहुत ही खास है
इस बात का विशेष ध्यान रखें।
पूजा प्रारंभ की समस्त सामग्री सूर्यास्त से पहले ही घर में मंगवाकर रख लें।
पूजा सामग्री में कुशा अवश्य रखें।
इस बात का ध्यान रखें।

मेष राशि
किसी लाल कपड़े में बूंदी के आठ लड्डïू बांध लें। इसके पश्चात इस मिठाई वाले कपड़े को अपने सामने रखकर घी का दीपक जला लें तथा वहीें बैठ कर ऊँ ह्रïीं श्रीं लक्ष्मीनारायणाय नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान गरीब कन्याओं को बांट दें।
वृष राशि
सवा किलो चावल सफेद कपड़े में बांधकर अपने सामने रख लें तथा घी का दीपक जला कर अपने इष्टïदेव का ध्यान करें। उसके बाद ऊँ गोपालाय उत्तर ध्वजाय नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान पक्षियों को चुगने हेतु डाल दें।
मिथुन राशि
भीगे हुए मूंग 250 ग्राम एवं 11 इलायची अपने सामने रख लें। घी का दीपक जला कर इष्टïदेव का ध्यान करें। इसके पश्चात ú क्लीं कृष्णाय नम:॥ मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान किसी देवी मंदिर में रख कर आ जाएं।

कर्क राशि
कर्क राशि पर ग्रहण होने पर सफेद कपड़े में चावल, मिश्री तथा चाँदी का छोटा सा टुकड़ा या तार रख कर पोटली बना लें। इस पोटली को अपने सामने रखकर घी का दीपक जला लें तथा ú हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरूपिणे नम:॥ मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान किसी शिव मंदिर में या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें।

सिंह राशि
सिंह राशि पर ग्रहण पडऩे से गेहूं, तांबे के पात्र में भरकर उसके ऊपर थोड़ा सा गुड़ एवं लाल चंदन का एक टुकड़ा रख लें। अब सूर्यदेव को प्रणाम कर घी का एक दीपक जला लें। उसके पश्चात ú क्लीं ब्रह्मïणे जगदाधाराय नम:॥ मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान ताम्रपात्र सहित सदाचारी ब्राह्मïण को दान में दे दें।

कन्या राशि
श्रद्घानुसार पालक और हरी चूडिय़ां, हरा कपड़ा अपने पूजा स्थान में रखें। घी का दीपक जलाएं और ú नमो प्रीं पीताम्बराय नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान गरीब व जरूरतमंद व्यक्तियों में बांट दें।

तुला राशि
एक कटोरे में सवा किलो ज्वार ले लें। पूजा स्थान में अपने सामने रख दें। घी का दीपक जलाकर ú तत्त्वनिरजनायतारकरामाय नम:॥ मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान गरीब व जरूरतमंद व्यक्तियों में बांट दें।
वृश्चिक राशि
लाल कपड़े में गुड़ की रेवड़ी या कोई लाल रंग की मिठाई बांधकर अपने सामने रख लें तथा घी का दीपक जलाकर अपने इष्टïदेव का ध्यान करे तथा ú नारायणाय सुरसिंहासनाय नम: मंत्र का जाप करे। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान कन्याओं में बांट दें।
धनु राशि
9 पीले फल, 9 हल्दी की गांठ पीले कपड़ें में श्रद्घासनुसार दक्षिणा बांध कर अपने सामने रख लें। घी का दीपक जलाकर ऊँ श्री देवकृष्णाय ऊध्र्वान्तकाय नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह किसी मंदिर में रखकर आ जाएं।

मकर राशि
मकर राशि वालें मिट्टïी के कुल्हड़ में तिल का तेल भरकर अपने सामने रखें। तेल का दीपक जलाकर ऊं श्री वत्सलाय वत्स राजाय नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान गौशाला या गरीब व्यक्ति को दे दें।

कुम्भ राशि
कुंभ राशि वालें जातक लोहे के पात्र में 250 ग्राम काले उड़द, 250 ग्राम काले तिल अलग-अलग भरकर अपने सामने रख दें। तिल के तेल का दीपक जलाकर ऊँ श्रीं उपेन्द्राय अच्युताय नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान गरीब व जरूरतमंद व्यक्तियों में बांट दें।

मीन राशि
मीन राशि वालें लोग चने की भीगी हुई दाल 700 ग्राम उस पर 125 ग्राम गुड़ रखकर अपने सामने रखें। तत्पश्चात ऊँ क्लीं उद्ïधृताय उद्घारिणे नम: मंत्र का जाप करें। ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: स्नान करके यह दान गाय को अपने हाथ से खिला दें।
ग्रहण के दिन किया जाने वाला अभूतपूर्व, कल्याणकारी तत्क्षण फल देने वाला दान

मेष राशि
मंगलवार के दिन लाल चंदन, मसूर की दाल, गुड़, गुड़ वाले परांठे या मीठे चावल और लाल व किसी सज्जन पुरुष या जरूरतमंद को दान देना बहुत ही हितकर होता है।
वृषभ राशि
घी, दही, कपूर, अदरक, गौदान आदि करने से शुक्रजन्य रोग-व्याधि बाधाएं दूर होती हैं।

मिथुन राशि
बुध से संबधित वस्तुएं, जैसे - हरे कपड़े, हरी सब्जियां, साबूत मूंग, इलायची, हरे पुष्प आदि किसी सज्जन पुरूष को श्रद्धापूर्वक भोजन करवा कर उचित दान-दक्षिणा सहित दें, लाभ मिलेगा।

कर्क राशि
चन्द्रमा की वस्तुओं का दान करें, जैसे - दही, चावल, सफेद व, सफेद चंदन, चीनी आदि का दान दें। अवश्य लाभ मिलेगा।

सिंह राशि
सूर्य से संबंधित दान की वस्तुएं, जैसे - लाल व, गेहूं, लाल चंदन, बछड़े सहित लाल गाय, माणिक्य, तांबे के बर्तन, नारियल एवं लाल फल सहित किसी सुपात्र या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराकर इन वस्तुओं का दान देने से सूर्य के अनुकूल फल की प्राप्ति में सुगमता आती है।

कन्या राशि
बुध से संबधित वस्तुएं, जैसे - हरे कपड़े, हरी सब्जियां, साबूत मूंग, इलायची, हरे पुष्प आदि किसी सज्जन पुरुष को श्रद्धापूर्वक भोजन करवा कर उचित दान-दक्षिणा सहित दें, लाभ मिलेगा।
तुला राशि
घी, दही, कपूर, अदरक, गौदान आदि करने से शुक्रजन्य रोग-व्याधि बाधाएं दूर होती हैं।

वृश्चिक राशि
लाल चंदन, मसूर की दाल, गुड़, गुड़ वाले परांठे या मीठे चावल और लाल व किसी सज्जन पुरुष या जरूरतमंद को दान देना बहुत ही हितकर होता है।

धनु राशि
बृहस्पति की वस्तुएं भी दान करना हितकारी रहेगा। जैसे पीले चावल, चने की दाल, शहद, पीले व, पपीता, पीले फल, पीले लड्डू और केसर आदि किसी सज्जन पुरूश को दान कर दें, लाभ मिलेगा।

मकर राशि
काले तिल, उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र, ऊन, कुलथी दान दें। संपूर्ण मनोकामना पूरी होगी

कुंभ राशि
श्रद्घानुसार जौ, देसी चने, गुड़, नीले पुष्प, जूता, छाता, कस्तूरी आदि श्रद्घानुसार दान करने से लाभ प्राप्त होगा।

मीन राशि
बृहस्पति की वस्तुएं भी दान करना हितकारी रहेगा। शहद, पीले व, पपीता, पीले फल, पीले लड्डू और केसर आदि किसी सज्जन पुरूष को दान कर दें, लाभ मिलेगा।

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