Sunday 14 February 2010

कैसे मनाएं शनि अमावस्या


सर्वप्रथम आपके आस-पास श्री शनिदेव मंदिर है इस दिन आप श्री शनि देव के दर्शन जरूर करें।
शनि अमावस्या के दिन व्रत रखना बहुत ही अनुकूल माना गया है।
व्रत रखने के बाद शनि देव का दर्शन करे, तेलाभिषेक करे।
श्री शनि देव से संबंधित पूजा सामग्री जरूर चढ़ाये।
शनि अमावस्या के दिन श्री शनिदेव मूर्ति का स्पर्श जरूर होना चाहिए।
श्रद्धा अनुसार सात ग्यारह-इक्कीस व्यक्तियों को भोजन करा कर स्वयं भोजन करें।
जरूरतमंद और गरीबो के लिए उस दिन भंडारा करना।
अपनी हैसियत के अनुसार एक दो चार पांच सात ग्यारह जरूरत मंद व्यक्तियों का वस्त्र, जूते-चप्पल, काला छाता, देना अनूकूल रहता है।
शनि अमावस्या के दिन लोहे का दान करना व लोहे की चीज खरीद कर देना बहुत अनुकूल रहता है।
शनि अमावस्या रात्रि में अपने घर के मुख्य द्वार पर, अपनी छत पर, पूजाघर, पीपल, तुलसी आदि जगह पर ग्यारह-ग्यारह दीपक जलाना लाभदायक रहता है।
भोजन में उड़द दाल, गुड़ तिल के पकवान, मीठी पूड़ी बनाकर शनिदेव को भोग लगाकर गाय, गरीब, कुत्ते को भोजन कराने के बाद स्वयं भोजन करें तथा प्रशाद बांटे।
इस दिन केसरीया, काला वस्त्र पहनना लाभदायक व अनुकूल रहेगा।
शनि अमावस्या के दिन द्वादश राशियों के लोग किस तरह पूजन करें की उन्हें सुख-शांति की प्राप्ति हो और समस्या का निवारण हो।

मेष राशि:-

मेष राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। ॐ हं पवननंदनाय स्वाहा: मंत्र का जाप करें। तांबे के लोटे में जल भरकर पीपल के वृक्ष की 108 परिक्रमा करें। तत्पश्चात यह जल पीपल के जल में चढ़ा दें और शाम को तेल का दीपक जलाएं।

वृष राशि:-

वृषभ राशि वाले लोग नित्यक्रम से निवृत होकर देवाधिदेव श्री शनिदेव का पूजन करने के उपरांत घर में घी और तेल का दीपक जलाकर नव दुर्गा नर्वाण मंत्र की 11 माला जाप करें व गरीब कन्याओं को खीर का भोजन कराएं संपूर्ण कष्टों से छुटकारा मिल जाएगा।

मिथुन राशि:-

मिथुन राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी का दीपक जलाएं और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करें। किसी गरीब कन्या के विवाह में हरे रंग की वस्तुओं का दान करने से संपूर्ण कष्टों से छुटकारा मिलेगा।

कर्क राशि:-

कर्क राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं और महामृत्युंजय मंत्र की पांच माला जाप करें। दूध या दूध से बने पदार्थ जरूरत मंद व गरीब कन्या को दान करें।

सिंह राशि:-

सिंह राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। आदित्य हृदय स्रोत के पांच पाठ करें। अपने वजन के बराबर गेहूं एवं शय्या का दान जरूरतमंद व गरीब व्यक्ति को दान करें। आपकी संपूर्ण कष्टों से छुटकारा मिलेगा।

कन्या राशि:-

कन्या राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। शिव के पाशुपत स्रोत का पांच पाठ करें। तत्पश्चात हरे कपड़े में सवा पांच किलो साबुत मूंग बांधकर किसी गौशाला में या किन्नर को दान करने से संपूर्ण कष्टों से छुटकारा मिल जाएंगा।

तुला राशि:-

तुला राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। श्राी दुर्गा अर्गला स्रोत के सात पाठ करें और सिंदूर, तिल, तेल व उड़द का दान करने से संपूर्ण कष्टों से छुटकारा मिल जाएगा।

वृश्चिक राशि:-

वृश्चिक राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में चौमुखा घी और तेल का दीपक जलाएं। ॐ हं पवननंदनाय नम: मंत्र की 11 माला जाप करें। जाप के दशांश का कमल पुष्प व गुग्गल से हवन करें। साथ ही अपने वजन के बराबर मसूर दाल कुष्ठ रोगी या निर्धन व्यक्ति को दान करेंगे तो कारोबारी समस्या का निवारण हो जाएगा।

धनु राशि:-

धनु राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। अपने इष्ट देवता का श्रद्धापूर्वक पंचोपचार पूजन करें। और पूजन के उपरांत किसी भी गौशाला में चने की दाल और गुड़ देना कारोबार के लिए अनुकूल व लाभदायक रहेगा।


मकर राशि:-

मकर राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। दशरथकृत शनि स्रोत के 11 पाठ करें साथ ही शिव महिमा स्तोत्र का एक पाठ जरूर करें। उड़द से बने पदार्थों का दान करना सौभाग्यवर्धक रहेगा।

कुंभ राशि:-

कुंभ राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं। श्री शनि मृत्युंजय स्रोत पांच पाठ और मंगलकारी श्री शनि मंत्र का जाप करें। पूजन के उपरांत किसी पवित्र सरोवर या गंगा स्नान करकें पिताृें का तर्पण करें व गरीब लोगों को भोजन कराना शुभ रहेगा।

मीन राशि:-

मीन राशि के लोग शनि अमावस्या के पावन पर्व पर श्रीशनिदेव का दर्शन व तेलाभिषेक के उपरांत अपने घर में पूजा स्थान में घी और तेल का दीपक जलाएं और ॐ गं गणपतये नम: मंत्र का जाप और साथ ही संकट मोचन हनुमानोष्टक के पांच पाठ करें। पूजा के उपरांत पीले कपड़े में सवा किलो साबुत हल्दी बांधकर किसी मंदिर या पूजा स्थान में जाकर चुपचाप रख कर आ जाएं।

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